स्मार्टफोन में मौजूद एयरप्लेन मोड का इस्तेमाल अक्सर फ्लाइट्स में किया जाता है. पर अगर हम आपसे कहें कि जल्द ही आपको इस फीचर की ज़रुरत नहीं पड़ेगी तो? जी हां, जल्द ही युरोपियन यूनियन में यात्रा करने वाले यात्री अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल फ्लाइट्स में कर सकेंगे. इसके अलावा, एयरलाइंस में मोबाइल डेटा के साथ यात्रियों को कालिंग फैसिलिटी भी मिलेगी.
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बता दें यूरोपियन यूनियन ने अपने सदस्य देशों को 30 जून 2023 तक विमानों में 5जी फ्रीक्वेंसी बैंड उपलब्ध कराने और नए निर्देशों को लागू करने का आदेश दिया है. एक बार लागू हो जाने के बाद, हवाई यात्री मिड-फ्लाइट कॉलिंग, वेब-सर्फिंग, नेट पर स्ट्रीमिंग और इंटरनेट कनेक्टिविटी पर चलने वाले ऐप्स का उपयोग भी कर सकेंगे.
ध्यान देने योग्य है कि कुछ एयरलाइंस अभी भी यात्रियों को वाई-फाई के ज़रिये इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करती हैं लेकिन इसकी रफ़्तार काफी कम होती है और एयरलाइन्स इसके लिए मोटी फीस भी वसूलती है. बता दें EU द्वारा नए 5G सिस्टम को 100 MBPS से अधिक की रफ़्तार देने के लिए कहा गया है.
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यूरोपियन यूनियन का यह फैसला संघ के सभी सदस्य राज्यों में लागू होगा. इनमे ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, साइप्रस गणराज्य, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, को प्रभावित करेंगे। जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्समबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन और स्वीडन शामिल हैं.