बेसन भारतीय किचन में बेहद आम सामग्री है जिसे पकोड़े से लेकर हलवा या कढ़ी जैसी चीज़ें बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं बाज़ार में बिकने वाले बेसन में भी बड़े पैमाने पर मिलावट की जाती है.
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फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के मुताबिक, बाज़ार में मिल रहे बेसन में खेसारी दाल की मिलावट की जाती है और इसकी मिलावट की पहचान करने के लिए FSSAI ने एक आसान ट्रिक भी शेयर की है जिसकी मदद से आप भी मिलावट का पता लगा सकते हैं.
इसके लिए सबसे पहले एक टेस्ट ट्यूब में एक ग्राम बेसन लें. इसके बाद टेस्ट ट्यूब में 3 मिलीलीटर पानी डालें. अब तैयार सॉल्यूशन में 2ml कॉन्सेनट्रेटेड HCL मिलाएं. इसके बाद टेस्ट ट्यूब को अच्छी तरह से हिलाएं और सॉल्यूशन को पूरी तरह मिल जाने दें. टेस्ट ट्यूब में मौजूद बेसन अगर शुद्ध हुआ तो सॉल्यूशन अपना रंग नहीं बदलेगा. अगर सॉल्यूशन के सरफेस पर पिंक यानी गुलाबी रंग दिखाई देने लगे तो समझ जाइए कि बेसन में मिलावट की गई है. दरअसल ऐसा येलो रंग पर एचसीएल के रिएक्शन की वजह से होता है. दोनों के कॉम्बिनेशन से ही सॉल्यूशन का सरफेस गुलाबी रंग दिखाई देने लगता है.
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