सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया (Air India) को बेचने की कवायद तेज हो रही है. बुधवार को मोदी सरकार (modi government) ने एयर इंडिया को खरीदने के लिए बोली लगाने वाली दो कंपनियों से मुलाकात कर मिनिमम रिजर्व प्राइस तय कर दी. ये दो कंपनियां टाटा संस (Tata Sons) और स्पाइसजेट (Spicejet) हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने इन दोनों कंपनियों में से एक का चुनाव भी कर लिया है, हालाकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
दूसरी तरफ विनिंग बिड का ऐलान कब किया जाएगा, ये अभी तय नहीं हुआ है. बता दें कि मंगलवार को एयर इंडिया के वैल्यूएशन को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया था. जिसके बाद खबरें थीं कि, टाटा ग्रुप होड़ में सबसे आगे चल रही है क्योंकि उसने ज्यादा ऊंची बोली लगाई है.
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वहीं, अगर टाटा संस इस सरकारी एयरलाइन कंपनी को खरीदने में सफल होती है तो, फिर से वापस 67 साल बाद इसका मालिकाना हक टाटा के पास चला जाएगा. बता दें कि, टाटा समूह ने अक्टूबर, 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया का गठन किया था. लेकिन 1953 में तत्कालीन सरकार ने उसका राष्ट्रीयकरण कर दिया था.