भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) को भारत लाने की कोशिशों में कूटनीतिक सफलता हाथ लगी है. अब एंटीगुआ एंड बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन के नेतृत्व में हुई वहां की कैबिनेट बैठक में चोकसी को सीधे भारत (India) को सौंपने का फैसला हुआ है. बैठक में कहा गया कि भारत में चोकसी के खिलाफ आर्थिक धोखाधड़ी (financial fraud) का मामला चल रहा है, लिहाजा उसे भारत को सौंप देना चाहिए. ब्राउन ने कहा कि अगर वह वापस एंटीगुआ आते हैं तो समस्या हमारे लिए होगी. इसलिए बेहतर होगा कि चोकसी को डोमिनिका से भारत ही भेज दिया जाए. ब्राउन ने चोकसी को डोमिनिका की समस्या तक करार दिया. उन्होंने कहा कि डोमिनिका पर न्यायप्रिय देश होने की छवि दांव पर लगी है.
बहरहाल, चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता रद्द किए जाने के फैसले को कैरेबियाई हाईकोर्ट में चुनौती दी है. दरअसल, चोकसी, एंटीगुआ में 2018 से एक नागरिक के रूप में रह रहा था.