कहते हैं किसी मंजिल को पाने के लिए कभी हौसला नहीं हारना चाहिए. मुंबई के एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने अपनी पोती को पढ़ाने के लिए अपना घर तक बेच डाला. ऑटो ड्राइवर देशराज परिवार चलाने के लिए दिनभर ऑटो चलाते हैं, मगर इसके बावजूद भी मुश्किल से उनका खर्च पूरा हो पाता है. दो बेटों की मौत के बाद उनके बच्चों और पत्नी की जिम्मेदारी संभाल रहे बुजुर्ग देशराज जी तोड़ मेहनत करते हैं. ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे नाम के एक फेसबुक पेज ने उनकी इस दिल दहला देने वाली स्टोरी को साझा किया और लोगों से मदद की अपील की. उनकी कहानी जानने के बाद बड़ी संख्या में लोग सामने आए हैं और क्राउडफंडिंग के सहारे उनको 24 लाख का चेक दिया गया है.