सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से दिल्ली में सिर्फ ग्रीन क्रैकर्स चलाने की ही अनुमति है. ऐसे में ध्यान रखें कि जो ग्रीन पटाखे आप खरीद रहे हैं वो असली हैं कि नहीं. इसके लिए असली ग्रीन पटाखों की खास पहचान जरूरी है. आप ग्रीन पटाखे खरीदें तो ये ज़रूर देख लें कि होलोग्राम स्टीकर लगा हो. अगर यह स्टीकर पटाखे के ऊपर नहीं है तो समझ लें कि यह नकली है. साल 2020 में करीब 93 फैक्ट्रियों के पास ग्रीन पटाखा बनाने का लाइसेंस है, लेकिन लॉकडाउन के कारण लेबर और मैटेरियल नहीं मिले तो इस साल ज्यादा पटाखे बन नहीं पाए.