क्या आपको पता है कि दांतों की नियमित (Brushing teeth) साफ-सफाई या ओरल हाइजीन (Oral Hygiene) को दुरुस्त रखने से दांतों की सेहत के साथ-साथ शरीर के बाकी अंगों को भी स्वस्थ रखा जा सकता है? जी हां, सही सुना आपने!
यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में छपी एक स्टडी के मुताबिक, दांतों को नियमित रूप से ब्रश करने से दिल की धड़कन नियंत्रित रहती है, जिसकी वजह से हार्ट अटैक (Heart attack) का खतरा कम रहता है.
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रिसर्चर्स के मुताबिक, अगर हम ख़राब ओरल हाइजीन मेंटेन करते हैं तो बैक्टेरिया हमारे खून में आ जाता है. इससे शरीर में सूजन का खतरा रहता है और इस वजह से एट्रियल फाइब्रिलेशन (ए-फाइब) यानि दिल की धड़कन कंट्रोल से बाहर हो जाती है जिससे हार्ट फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है.
इस स्टडी को 40 से 79 साल के बीच के करीब 161,286 लोगों पर की गई, जिन्हें A-Fib या हार्ट फेल्योर की कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं थी. रिसर्च के दौरान, वॉलंटियर्स से उनके लाइफस्टाइल, ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन हैबिट्स के बारे में सवाल पूछे गए. इसके अलावा, रिसर्चर्स ने ब्लड टेस्ट, यूरीन टेस्ट और ब्लडप्रेशर रीडिंग जैसे कुछ लैब टेस्ट भी किये.
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10 साल के फॉलोअप के बाद वॉलंटियर्स में से 3 प्रतिशत ने एट्रियल फिब्रिलेशन जबकि लगभग 4.9 प्रतिशत लोगों ने हार्ट फेल्योर के बारे में बताया. स्टडी के निष्कर्षों के मुताबिक, दिन में 3 या उससे अधिक बार दांतों को ब्रश करने से A-Fib के खतरे को 10 प्रतिशत तक तो वहीं, हार्ट फेल्योर के खतरे को 12 फीसदी तक कम किया जा सकता है.
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