अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) की एंट्री के बाद से ही बदली राजनीतिक सत्ता को लेकर चीन का रूख काफी सॉफ्ट दिखा है. अब चीन ने सोमवार को संकेत दिए हैं कि तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान को वित्तीय सहायता देगा. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वॉग वेनबिन ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अफगान संकट के लिए वो ही मुख्य गुनहगार है और अब वो अफगानिस्तान के पुनर्निमाण के लिए कुछ किए बगैर उसे इस हाल में छोड़कर नहीं जा सकता. दरअसल पिछले दिनों अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर में बताया गया था कि अफगानिस्तान में अभियान खत्म होने के बावजूद अफगान सेंट्रल बैंक से जुड़े अरबों डॉलर रकम पर अमेरिका का नियंत्रण है.
वहीं जर्मनी और यूरोपियन संघ के अधिकारियों ने भी कहा कि जब तक हालत केबारे में स्पष्टिकरण नहीं मिलता तब तक अफगानिस्तान को कोई भुगतान नहीं होगा. वॉग वेनबिन ने कहा कि चीन हमेशा सभी अफगान लोगों के प्रति मैत्रीपूर्ण नीति अपनाता रहा है और हम अपनी इस नीति को कायम रखेंगे. बता दें चीन उन चंद देशों में से था जिन्होंने ये फैसला किया था कि तालिबान आने के बाद भी अपने दूतावास काबुल में बंद नहीं करेंगे