ईरान में राष्ट्रपति पद (Iran President Election) के चुनाव में देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक और न्यायपालिका प्रमुख इब्राहिम रायसी (Ebrahim Raisi )ने शनिवार को बड़े अंतर से चुनाव जीत लिया. रईसी ने एक करोड़ 78 लाख मत हासिल किए. वहीं चुनावी दौड़ में एकमात्र उदारवादी उम्मीदवार अब्दुलनासिर हेम्माती बहुत पीछे रह गए. देश में वोटिंग स्थानीय समय के हिसाब से सात बजे शुरू हुई लेकिन खामनेई के तहत बनाई गई एक समिति की ओर और से सुधारवादियों और रूहानी के साथ जुड़े उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोके जाने के बाद चुनाव को लेकर जनता में उदासीनता दिखी. रायसी ने साल 2017 में भी चुनाव लड़ा था (Ebrahim Raisi lost election in 2017) लेकिन उदारवादी रुहानी ने उन्हें भारी मतों से हरा दिया था. रियासी पहले राष्ट्रपति हैं जिन पर पदभार संभालने से पहले ही अमेरिका बैन लगा चुका है.
ये बैन उन पर साल 1988 में राजनीतिक कैदियों की सामूहिक हत्या के लिए और अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर निशाने पर रहने वाली ईरानी न्यायपालिका के मुखिया के तौर पर लगाया था. रायसी की जीत से ईरानी सरकार पर कट्टरपंथियों की पकड़ और मज़बूत होगी और वो भी ऐसे समय में जबकि विश्व शक्तियों के साथ ईरान के पटरी से उतर चुके परमाणु करार को किसी तरह बचाने की कोशिश के तहत वियना में वार्ता जारी है.