हॉर्मोनल डिस्बैलेंस आजकल युवाओं के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है. खासकर लड़कियां और महिलाएं इससे बहुत ज्यादा प्रभावित हो रही हैं. इसकी वजह से महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी बहुत सी समस्याएं सामने आती हैं. हॉर्मोनल डिस्बैलेंस से होने वाली ऐसी ही एक बीमारी है PCOS. इस कंडीशन में महिलाओं के शरीर में फीमेल हॉर्मोन्स कम बनने लगते हैं, जिस कारण पीरियड्स समय पर ना आना, आएं तो बहुत तेज़ दर्द और चिड़चिड़ापन, चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल और पिम्पल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
जब किसी को PCOS होता है तो संभव है कि उनका शरीर इंसुलिन पचाने की क्षमता भी खो दे. ऐसा तब होता है जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन को पहचानना भूल जाती हैं और इसलिए ब्लड में मौजूद ग्लूकोस को ठीक से नहीं पचा पातीं. ऐसे में आपको हाई फाइबर वाली डाइट जैसे हरे पत्तों वाली सब्जियां, साग, ब्रोकली, पालक, गाजर, और फल जैसे सेब, अनार और कीवी खाने चाहिए. ये आपके शरीर को इंसुलिन रेजिस्टेंस से लड़ने में मदद करते हैं.
हल्के प्रोटीन वाली चीजें जैसे अंडे, मछली और टोफू (सोयाबीन का पनीर) आपको पेट भरने की फीलिंग देती हैं. इन्हें खाकर आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती. इसके साथ ही ये चीजें आपके शरीर में हॉर्मोन्स जैसे इंसुलिन, एस्ट्रोजन और थायरॉइड हॉर्मोन को भी बैलेंस करती हैं .
सूजन कम करने वाली चीजें जैसे तीखा खाना, अखरोट, टमाटर, फ्लैक्स सीड, दालचीनी और हल्दी आपके शरीर के बढ़ते वजन को भी कंट्रोल करती हैं और पिम्पल आने से भी बचाती हैं.
अपने शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए आप दिन में दो बार बिना चीनी वाली ग्रीन टी का सेवन कर सकती हैं.
वो फूड आइटम जिनका ग्लायकेमिक इंडेक्स कम होता है और जो इंसुलिन रेजिस्टेंस को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, इनमें देसी अनाज जैसे आटा, ज्वार, रागी, बाजरा और ओट्स भी मददगार होते हैं.