भारत में जन्मीं इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (International Monetary Fund) की प्रमुख गीता गोपीनाथ (Geeta Gopinath) जनवरी में अपना पद छोड़ने वाली हैं. वे अब हॉवर्ड यूनिवर्सिटी (Howard University) के अर्थशास्त्र विभाग में शिक्षण कार्य में वापस लौटेंगी. दरअसल, हॉवर्ड ने गीता की लीव को 1 साल के लिए और बढ़ाया था, लिहाजा, गीता को कुल 3 साल IMF में काम करने का मौका मिला.
गीता गोपीनाथ आईएमएफ प्रमुख के पद पर पहुंचने वाली पहली महिला हैं. जबकि आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) के बाद दूसरी भारतीय हैं. आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि जल्द उनके उत्तराधिकारी की खोज शुरू होगी. साथ ही उन्होंने गीता के कोरोना काल में किए गए काम की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें इंटरनेशनल फाइनेंस और माइक्रो इकोनॉमिक्स की गहरी समझ है, जिसका संस्थान को लाभ मिला.