Hajj with Covid guidelines: कोरोना काल में तमाम पाबंदियों के बीच सऊदी अरब (Saudi Arab) में 17 जुलाई से हज का आग़ाज़ हुआ जो 22 जुलाई तक चलेगा. इस साल सिर्फ सऊदी अरब के ऐसे 60 हजार लोगों को ही हज के लिए चुना गया है जिन्होंने वैक्सीन (Vaccine) की दोनों डोज ली हुई थी, और उनकी उम्र 18 से 65 साल के बीच है. महामारी के मद्देनजर लगातार दूसरे साल बाहरी देशों से हज करने के लिए लोगों को आने की इजाजत नहीं दी गई. साल 2019 में 25 लाख लोगों ने हज किया था, जबकि कोरोना काल में साल 2020 में सिर्फ 10 हजार लोगों ने.
कोरोना गाइडलइंस के साथ इस साल का हज बहुत अलग है. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जा रहा है. हज अधिकारियों ने बताया कि तवाफ़ यानि काबा की परिक्रमा के लिए एक जत्थे के जाने के बाद पूरे इलाके का सैनिटाइजेशन होता है तब दूसरे जत्थे को आने की इजाजत दी जाती है.
मुसलमानों का धरती पर सबसे पवित्र स्थल है मक्का के मस्जिद-उल-हरम में मौजूद काबा शरीफ. हज के दौरान काबा के चारों ओर तवाफ़ करते हैं यानि ज़ायरीन सात बार काबा की परिक्रमा लगाते हैं. यहां आकर इबादत करना और हज करना हर मुसलमान के लिए जिंदगी में कम से कम एक बार फर्ज है, अगर वो आर्थिक और शारीरिक रूप से सक्षम है तो. इस साल हाजियों ने दुनिया भर में कहर बरपा रही कोरोना महामारी के खात्मे की हज के दौरान खास दुआ की.