देश मे सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड का केस सामने आया है. इस फ्रॉड का आरोप लगा है गुजरात की जहाज बनाने वाली कंपनी ABG Shipyard Limited पर. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस कंपनी ने 28 बैंकों को 22 हजार 842 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. मतलब ये फ्रॉड नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा किए गए फ्रॉड से कहीं ज्यादा बड़ा है. आइए समझते हैं कि इस कंपनी ने कैसे देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम दिया.
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सवाल- क्या है ABG Shipyard का घोटाला?
जवाब- साल 2008 से 2012 तक 28 अलग अलग बैंकों से लोन लिया गया
ये लोन कारोबार के नाम पर लिया गया पर इस्तेमाल नहीं किया गया
कंपनी पर आरोप है कि इस रकम का इस्तेमाल निजी संपत्ति बनाने में हुआ
कारोबार के नाम पर लोन लिया. आरोप है कि कंपनी ने इस रकम का इस्तेमाल अपनी संपत्ति बनाने में किया.
सवाल- किस बैंक से कितनी रकम ली?
जवाब- बैंक रकम
ICICI 7089 करोड़
IDBI 3639 करोड़
SBI 2926 करोड़
बैंक ऑफ बड़ौदा 1614 करोड़
PNB 1244 करोड़
इंडियन ओवरसीज बैंक 1228 करोड़
बैंक ऑफ इंडिया 719 करोड़
सवाल- कैसे पता चला घोटाले का?
जवाब- जनवरी 2019 में बैंकों ने फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट पर चर्चा की.
इसी बैठक में ABG Shipyard कंपनी का घोटाला सामने आया
SBI ने साल 2019 में ही शिकायत की, CBI ने मार्च 2020 में जवाब मांगा
7 फरवरी 2022 में CBI ने कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज की
सवाल- किस-किस पर FIR दर्ज हुई?
जवाब- कंपनी के निदेशक ऋषि अग्रवाल, संथानम मुथुस्वामी और अश्विनी कुमार पर.
VO- सीबीआई में दर्ज FIR के मुताबिक ABG Shipyard ने बैंकों से मिले पैसों की हेराफेरी और आपराधिक विश्वासघात के जरिए देश के सबसे बड़ें बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम दिया है.