Goldman Sachs: भारत में समृद्ध लोग यानी वो लोग जो प्रीमियम कारें, गहने, घर और लग्ज़री आइटम्स खरीद सकते हैं, की संख्या पिछले चार सालों में काफी तेज़ी से बढ़ी है. यह संख्या 100 मिलियन यानी 10 करोड़ को पार कर जाएगी. गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट रिपोर्ट 'द राइज ऑफ एफ्लुएंट इंडिया' के मुताबिक, अभी इस वर्ग की संख्या वर्तमान में 60 मिलियन यानी 6 करोड़ है.
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में समद्ध भारतीय वो है जिसकी इनकम हर साल 10,000 डॉलर से ज्यादा है और करेंट एक्सचेंज रेट्स 8.3 लाख रुपए है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में लगभग 4 फीसदी वर्किंग पापुलेशन की प्रति व्यक्ति आमदनी सालाना 10,000 डॉलर यानी 8.28 लाख रुपए से अधिक है. ये वर्ग बहुत तेजी से बढ़ा है. 2019 और 2023 के बीच इसमें 12% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ हुई है, जबकि इसी अवधि में कामकाजी आबादी में 1.4% की एनुअल ग्रोथ हुई है.
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पिछले तीन सालों में इक्विटी, गोल्ड और प्रॉपर्टी समेत फाइनेंशियल और फिजिकल एसेट्स में भी अच्छी ग्रोथ हुई है. वेल्थ बढ़ाने में सबसे बड़ा योगदान शेयर मार्केट और गोल्ड का रहा. इक्विटी और गोल्ड में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली है. वहीं, 2019 से 2023 के बीच प्रॉपर्टी की वैल्यू 30 फीसदी से अधिक बढ़ी.
गोल्डमैन के एनालिस्टों के मुताबिक, 2023 में डीमैट अकाउंट्स की संख्या 2.8 गुना बढ़कर 114 मिलियन यानी 11.4 करोड़ हो गई है.
FMCG, फैशन, पैसेंजर व्हीकल्स, फुटवियर और टू व्हीलर्स समेत सभी इंडस्ट्रीज में प्रीमियम प्रोडक्ट्स की डिमांड में काफी तेज ग्रोथ देखने को मिली है. इसके अलावा ट्रैवल, ज्वेलरी, प्रीमियम रिटेल और हेल्थकेयर सेक्टरों में भी अच्छी ग्रोथ देखी हुई है.
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