Air India-Vistara Merger: जल्द ही टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया (Air India) और विस्तारा (Vistara) के मर्जर का रास्ता साफ हो सकता है. एयर इंडिया और विस्तारा (Vistara) ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से कहा है कि उनके मर्जर से एविएशन मार्केट पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि मर्जर के बाद संयुक्त इकाई जिन रूट्स पर उड़ान भरेगी, वहां कई कंपटीटर कंपनियां भी मौजूद हैं. बता दें कि सीसीआई ने एयर इंडिया और विस्तारा के मर्जर को लेकर कुछ सवाल उठाए थे.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि सीसीआई (CCI) की इस जांच से बिजनेस पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. हालांकि, इससे मर्जर की प्रक्रिया में देरी जरूर हो सकती है.
सीसीआई एयर इंडिया और विस्तारा के मर्जर का रिव्यू कर रहा है. रेगुलेटर ने इस मर्जर की प्रोसेस को सीधे मंजूरी नहीं दी है. CCI ने दोनों कंपनियों से पूछा है कि इस बात की जांच क्यों नहीं की जानी चाहिए कि इस मर्जर का एविएशन मार्केट पर क्या असर पड़ सकता है. प्रतिस्पर्धा कानून के मुताबिक, अगर सीसीआई को लगता है कि किसी मर्जर या अधिग्रहण से मार्केट पर कोई विपरीत असर पड़ सकता है और ग्राहकों के पास अन्य विकल्प न होने की वजह से उन्हें नुकसान हो सकता है, तो वह इस मामले में जांच कर सकता है.
अगर इस मर्जर को मंज़ूरी मिलती है तो एयर इंडिया भारत की सबसे बड़ी इंटरनेशनल कैरियर और दूसरी सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन बन जाएगी. बता दें कि टाटा ग्रुप ने पिछले साल एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. एयर इंडिया अपने फ्लीट, ऑपरेशन सिस्टम और रेवेन्यू मैनजमेंट को मॉडर्नाइज़ करना चाहती है.
एविएशन एनालिटिक्स फर्म Cirium data के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई रूट (Delhi-Mumbai route) पर नई एयरलाइन की कुल 49% फ्लाइट्स संचालित होंगी. वहीं, इंडिगो का इस रूट पर कुल फ्लाइट्स में 31 फीसदी हिस्सा है. इसी तरह, दूसरे सबसे व्यस्त दिल्ली-बेंगलुरु रूट (Delhi-Bengaluru route) पर एयर इंडिया ग्रुप की कुल उड़ानों में 52 फीसदी हिस्सेदारी होगी. इस रूट पर इंडिगो की 35 फीसदी हिस्सेदारी है.