आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh Power Crisis) में इन दिनों बिजली की जबरदस्त किल्लत देखने को मिल रही है. हालात यह हो गए हैं कि, अस्पतालों तक में बिजली की सप्लाई नहीं हो पा रही है. यहां तक की बच्चों की डिलिवरी भी मोबाइल टॉर्च और मोमबत्ती की रोशनी में करानी पड़ रही है.
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ऐसा ही एक मामला NTR सरकारी अस्पताल से सामने आया है जहां पर डॉक्टरों को फोन और कैंडल की रोशनी में बच्चे की डिलीवरी करवानी पड़ी है. आंध्र प्रदेश में चल रही बिजली की कमी (Power Cutes) से इंडस्ट्रियल सेक्टर को भी जूझना पड़ रहा है. आंध्र प्रदेश ने इंडस्ट्रियल सेक्टर दी जाने वाली बिजली में 50 फीसदी कटौती करने का फैसला किया है. आंध्र प्रदेश में गर्मी शुरू होने के साथ बिजली की मांग काफी बढ़ गई है.
बता दें कि, आंध्र प्रदेश बिजली विभाग ने बढ़ती मांग को देखते हुए 50 फीसदी बिजली कटौती की घोषणा की है. राज्य को रोजाना करीब पांच लाख यूनिट बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि, प्रदेश के थर्मल पावर स्टेशनों में कोयले की कमी के चलते राज्य में भारी बिजली संकट पैदा हुआ है.