Ram Mandir Pran Pratishta : उत्तर प्रदेश का अयोध्या आध्यात्मिक पर्यटन स्थल बनने की तैयारी कर रहा है. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और राम नगरी में चहुं और विकास के बाद यूपी सरकार के खजाने में इज़ाफ़ा होने की उम्मीद है.
एसबीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राम मंदिर और अन्य पर्यटन योजनाओं से उत्तर प्रदेश के कर राजस्व में 20,000-25,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. बजट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश का अपना कर राजस्व 2.5 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद है.
एसबीआई की रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि राज्य में पर्यटक खर्च 2022 की तुलना में इस साल दोगुना हो जाएगा, उम्मीद है कि इस साल के अंत तक कुल खर्च 4 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा.
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है, "अयोध्या में राम मंदिर के पूरा होने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार द्वारा की गई पहल को देखते हुए, हमारा मानना है कि इस साल के अंत तक यूपी में पर्यटकों द्वारा किया जाने वाला कुल खर्च 4 लाख करोड़ रुपये को पार कर सकता है."
2022 में घरेलू पर्यटकों ने लगभग 2.2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि विदेशियों ने राज्य में 10,000 करोड़ रुपये खर्च किए. 2022 में अयोध्या में कुल 2.21 करोड़ पर्यटक पहुंचे.
एसबीआई की रिपोर्ट में आगे उल्लेख किया गया है कि उत्तर प्रदेश के 500 अरब डॉलर का आंकड़ा पार करने की संभावना है क्योंकि भारत वित्त वर्ष 28 में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
यह आध्यात्मिक पर्यटन में वृद्धि के कारण है, जिससे भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे में सुधार हुआ है, सुलभ कनेक्टिविटी की सुविधा मिली है और यात्रा में पर्याप्त वृद्धि हुई है.
रिपोर्ट में कहा गया है, "वित्त वर्ष 2028 तक यूपी का भारतीय सकल घरेलू उत्पाद में दूसरा सबसे अधिक भार होने का अनुमान है और इसकी जीडीपी मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में दूसरे स्थान के साथ स्कैंडिनेवियाई देश नॉर्वे से आगे निकल सकती है."
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