Bharat NCAP: भारत का भी अपना कार क्रैश सेफ्टी प्रोग्राम शुरू हो चुका है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार यानी 22 अगस्त को देश का पहला क्रैश टेस्ट प्रोग्राम भारत एनकैप (Bharat NCAP) यानी भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम लॉन्च किया.
बता दें कि इससे पहले बाहर की एजेंसी ग्लोबल एनकैप (GNCAP) और लैटिन एनकैप (LNCAP) अपने स्टैंडर्ड के अनुसार भारतीय कारों को सेफ्टी रेटिंग देती थीं. इनकी रेटिंग इंडियन स्टैंडर्ड के हिसाब से कहीं न कहीं मेल नहीं खाती थी, इसलिए भारत सरकार ने खुद का रेटिंग सिस्टम BNCAP शुरू किया है.
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इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'देश में हर साल 5 लाख से ज्यादा एक्सीडेंट होते हैं जिनमें से करीब 1.50 लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं. भारत NCAP का उद्देश्य व्हीकल्स में सेफ्टी फीचर्स में सुधार करना है. मुझे लगता है कि लोग नया विकल्प स्वीकार करने के लिए तैयार हैं.'
बता दें कि भारत एनकैप एक अक्टूबर 2023 से लागू किया जाएगा. भारत-NCAP में भी 0 से 5 के बीच सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी. बता दें कि 5 स्टार रेटिंग वाली कार एक्सीडेंट के समय सुरक्षित मानी जाती है. BNCAP टेस्टिंग के तहत कार को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (AOP), चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन (COP) और सेफ्टी असिस्ट टेक्नोलॉजीज (SAT) के आधार पर सेफ्टी रेटिंग देगा. प्रोग्राम के तहत, कार निर्माता ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (AIS)-197 के अनुसार क्रैश टेस्ट करा सकते हैं.
गडकरी ने कहा, 'भारत-NCAP के तहत व्हीकल की टेस्टिंग की कीमत करीब 60 लाख रु. होगी, जबकि वैश्विक स्तर पर ये 2.5 करोड़ रु. है.
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