बजट के ठीक पहले मोदी सरकार (Modi government) ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण (economic survey) पेश किया. जिसमें कुछ चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं. इसके मुताबिक देश में स्वरोजगार (self employed) करने वालों की संख्या बढ़ी है लेकिन वेतनभोगियों की संख्या घटी है.
आंकड़ों के मुताबिक साल 2017-18 में जहां कामकाजी आबादी (working population) में 52% लोग स्वरोजगार करने वाले थे, वहीं 2020-21 में इनकी हिस्सेदारी बढ़कर 56% हो गई है. वहीं 2018-19 में नियमित तनख्वाह पाने वालों की हिस्सेदारी जहां 24% थी, वहीं यह 2020-21 में घटकर 21% हो गई है. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के लिए रोजगार में इजाफा हो रहा है.