India's Union Budget Facts: भारत में हर वर्ष केंद्रीय बजट पेश होता है. सदियों के इतिहास में बजट से जुड़े कई ऐसे तथ्य हैं जिन्हें जानना जरूरी हो जाता है. आइए जानते हैं बजट के ऐसे ही फैक्ट्स को...
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी देश की ऐसी पहली महिला हैं जिन्होंने केंद्रीय बजट पेश किया था. उन्होंने 1970 में बजट पेश किया था. 2019 में, निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश करने वाली दूसरी महिला और देश की पहली फुल टाइम महिला वित्त मंत्री बनीं.
1977 में पूर्व वित्त मंत्री हीरूभाई मुलजीभाई पटेल ने देश का सबसे छोटा बजट पेश किया था. वह अंतरिम बजट था. इसे 28 मार्च, 1977 को पेश किया गया था. उस वर्ष के बजट भाषण में सिर्फ 800 शब्द शामिल थे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड है. केंद्रीय बजट 2020 पेश करते हुए वह लगातार 2.42 घंटे तक बोली थीं. हालांकि, अस्वस्थ होने की वजह से वह 2 पेज नहीं पढ़ सकीं और उन्हें स्पीच छोटी करनी पड़ी.
इतिहास में सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है. वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने 10 बजट पेश किए. देसाई के बाद नंबर आता है पी चिदंबरम का, जिन्होंने 9 बजट पेश किए, फिर प्रणब मुखर्जी ने 8, यशवंत सिन्हा ने 8 और मनमोहन सिंह ने 6 बजट पेश किए.
1924 में, अंग्रेजों ने केंद्रीय बजट के अलावा रेल बजट की प्रथा शुरू की. रेल बजट और केंद्रीय बजट तभी से लेकर 2016 तक अलग-अलग ही पेश किए जाते रहे. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने केंद्रीय बजट को रेल बजट के साथ जोड़ने का विचार पेश किया और 2017 में एक संयुक्त केंद्रीय बजट पेश किया गया.
बजट को पहले एक बजट ब्रीफकेस में रखा जाता था, लेकिन 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे बही खाते से बदल दिया. इसपर राष्ट्रीय प्रतीक बना हुआ था. 2021 में बजट पेपरलेस हो गया. वित्त मंत्री ने इसे टैबलेट से पढ़कर पेश किया.
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