Tax and Non-Tax Revenue : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को बजट (India's Union Budget) पेश करने जा रही हैं. बजट में कई ऐसे टर्म्स (Business Term) होते हैं, जिसका जिक्र वित्त मंत्री अपने भाषण में बार-बार करेंगी.. आइए हम आपको समझाते हैं कुछ ऐसे ही अहम शब्दों के बारे में... आज हम जानेंगे टैक्स और नॉन टैक्स रेवेन्यू (Tax and Non-Tax Revenue) के बारे में...
सरकार के लिए कमाई करने का एक अहम जरिया टैक्स रेवेन्यू है. इसमें डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स दोनों शामिल होते हैं.
इस कैटिगरी में इनकम टैक्स, कॉर्पोरेट टैक्स, कस्टम ड्यूटी, एक्साइज ड्यूटी, GST, सेस शामिल रहते हैं. ये सभी सरकार के टैक्स रेवेन्यू के सोर्स हैं. सरकार की कमाई में टैक्स रेवेन्यू का हिस्सा अहम है.
नॉन टैक्स रेवेन्यू में टैक्स रेवेन्यू को छोड़कर दूसरे सभी स्रोतों से हुई सरकार की इनकम शामिल होती है.
उदाहरण के तौर पर, सरकारी कंपनियों का मुनाफा, सरकार द्वारा किए गए निवेश पर मिला रिटर्न, वह रकम जो सरकार को या तो उसके स्वामित्व वाली कंपनी या पूरी कंपनी को बेचने पर मिलता है, वह इसमें शामिल रहता है.
साथ ही सरकारी सेवा से हुई कमाई भी इसमें जुड़ती है जैसे कि टोल पर आम लोगों द्वारा किया गया भुगतान या बिजली उपलब्ध कराने पर हर महीने लिया जाने वाला बिल इसमें शामिल होता है...
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