बजट(Budget 2022) पेश होने के बाद से सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी बातें रख रहे हैं. एक तरफ पक्ष इसे बढ़िया बजट बता रहे हैं तो विपक्ष इसे गीला पटाखा बता रहे हैं. कांग्रेस के पू्र्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इसे मोदी सरकार का 'जीरो सम बजट' बताया. राहुल गांधी ने कहा कि इस बजट में नौकरीपेशा, मिडिल क्लास के लिए, गरीबों के लिए, बेरोजगारों के लिए, किसानों के लिए और MSMEs के लिए कुछ नहीं है.
वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बजट की तारीफ की. उन्होंने कहा, "आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने वाला, सर्वसमावेशी, प्रगतिशील और कोरोना कालखंड में आत्मनिर्भर भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ाने वाला यूनियन बजट का हम स्वागत करते हैं.''
वहीं शशि थरूर ने बजट को लेकर कहा कि ये तो गीले पटाखे जैसा था. इसमें कुछ भी नहीं था. शशि थरूर, 'यह तो गीले पटाखे जैसा था. इसमें कुछ भी नहीं था. मनरेगा, डिफेंस जैसी चीजों के बारे में कुछ नहीं बताया गया। आम लोगों के लिए कोई टैक्स रिलीफ नहीं दी गई. आखिर इसमें जनता के लिए क्या है."
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा ये आम लोगों का बजट है और इसमें सभी वर्गों पर ध्यान दिया गया है. BYte- यह बजट एक साल के विकास के एजेंडे वाला बजट नहीं है बल्कि देश के अगले 25 साल की बुनियाद रखने वाला ब्लूप्रिंट है. बजट का आकार बढ़ाकर 39.45 लाख करोड़ करना कोरोना काल में भी भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है.
वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बजट को पेगासिस स्पिन बजट बताया. उन्होंने ट्वीट किया,"बेरोजगारी और महंगाई से पिस रहे आम लोगों के लिए बजट में कुछ नहीं है. बड़ी-बड़ी बाते हैं और हकीकत में कुछ नहीं है. ‘पेगासस स्पिन बजट’ है"