Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. बजट पेश करने से पहले Budget Printing के काम को काफी सीक्रेट तरीके से किया जाता है.
Budget Printing का काम इतना ज्यादा संवेदनशील होता है कि, इससे जुड़े सभी अधिकारी अंडर ग्राउंड ही रहते हैं और बजट पेश होने के बाद ही किसी के सामने आते हैं. इसके पीछे वजह यह है कि 1950 में बजट से जुड़े कुछ दस्तावेज लीक हो गए थे, तब Budget Printing राष्ट्रपति भवन में होती थी, जिसके बाद उस काम को मिंटो रोड स्थित प्रेस में शिफ्ट कर दिया गया.
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बाद में Budget Printing का काम संसद के नॉर्थ ब्लॉक में शिफ्ट हो गया. तब से वहीं पर Budget Printing हो रही है. हलवा सेरेमनी के बाद बजट प्रिंटिंग का काम शुरू होता है. बजट की गोपनीयता बनाए रखने के लिए नॉर्थ ब्लॉक की सेक्रेटारियट बिल्डिंग में तीन सप्ताह पहले से हाई लेवल सिक्योरिटी का प्रबंध कर दिया जाता है. इसका जिम्मा इंटेलीजेंस ब्यूरो के पास होता है.
बजट प्रिंटिंग से जुड़े अधिकारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बंद हो जाते हैं. इन्हें बेसमेंट के बाहर किसी से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं होती है. बेसमेंट में लगे कम्प्यूटरों के इंटरनेट कनेक्शन काट दिए जाते हैं और उन्हें एनआईसी के सर्वर से भी डिसकनेक्ट कर दिया जाता है. हालांकि 2021 में प्रिंटेड बजट की जगह डिजिटली तरीके से बजट पेस हुआ था.