Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) एक और केंद्रीय बजट (Union Budget) पेश करने की तैयारी में हैं. टैक्स भरने वाले सैलरीड क्लास को इस बजट से ढेरों उम्मीदें हैं. आइए एक नजर डालते हैं कुछ ऐसी ही उम्मीदों पर
2017-18 से पर्सनल इनकम टैक्स स्लैब और रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि टैक्स पेयर्स की खर्च कपैसिटी को बढ़ाने के लिए इनकम टैक्स स्लैब को रिवाइज किया जाना चाहिए.
टैक्स सेविंग की एक और मुराद लेकर मिडिल क्लास बजट की बाट जोह रहा है. सैलरीड क्लास को उम्मीद है कि बेसिक छूट की सीमा मौजूदा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी जाए.
लंबे वक्त से 80C की सीमा को मौजूदा 1.5 लाख (2014-15 से) से बढ़ाकर 2.5 लाख करने की मांग की जा रही है. PPF, ELSS, NSC, NPS, बैंक FD जैसे लॉन्ग टर्म सेविंग ऑप्शंस की पूरी सीरीज है और 80C की मौजूदा सीमा को बढ़ाकर सैलरीड क्लास को निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेक्शन 80D के तहत हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम करने की सीमा 25,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये और बुजुर्गों के लिए 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये की जानी चाहिए.
ढेर सारी कंपनियों में अभी भी वर्क फ्रॉम होम चल रहा है, एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसे हालात में होम ऑफिस का खर्च भी टैक्स डिडक्शन में शामिल होना चाहिए.
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