What is the halwa ceremony: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं. बजट से ठीक पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है. हालांकि, साल 2021 और 2022 में कोरोना के वक्त इस सेरेमनी का आयोजन नहीं हुआ था. चलिए जान लेते हैं कि ये ‘हलवा सेरेमनी’ क्या होती है?
बजट को अंतिम रूप देने से पहले वित्त मंत्रालय में हलवा बनाने की परंपरा दशकों से चली आ रही है. देश में किसी भी शुभ काम की शुरुआत मीठे से करने का रिवाज़ रहा है. इसी को देखते हुए हलवा सेरेमनी की शुरुआत हुई. इस परंपरा के तहत बजट की छपाई से पहले वित्त मंत्रालय में एक बड़ी सी कढ़ाई में ‘हलवा’ बनाया जाता है और बजट बनाने वाले अधिकारियों के साथ बाँटा जाता है. इस दौरान वित्त मंत्री कढ़ाई से हलवा निकालकर इसे सांकेतिक तौर पर मनाते हैं.
‘हलवा सेरेमनी’ लॉक-इन’ पीरियड की भी शुरुआत का प्रतीक होती है. इस दिन से बजट छपाई की आधिकारिक शुरुआत होती है. इस सेरेमनी में वित्त मंत्री के साथ उनके विभाग के सहयोगी मंत्री और वित्त मंत्रालय के बड़े अधिकारी शामिल होते हैं. सेरेमनी के बाद बजट की सीक्रेसी बनाए रखने और लीकेज न हो, ये सुनिश्चित करने के लिए इन अधिकारियों के साथ-साथ कानून मंत्रालय, सीबीडीटी, सीबीआईसी और पीआईबी के कुछ अधिकारियों को बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ‘क्वारंटाइन’ रहना होता है.
अगर उन्हें इमरजेंसी में परिवार या किसी से बात करनी भी पड़ती है तो उनकी कॉल ‘इंटेलीजेंस ब्यूरो’ की निगरानी में होती है.
बता दें कि पिछले तीन केंद्रीय बजटों की तरह ये अंतरिम बजट भी पेपरलेस फॉर्म में पेस किया जाएगा. 1 फरवरी को वित्त मंत्री के बजट स्पीच के बाद बजट संबंधी दस्तावेज एंड्रॉयड और एप्पल ओएस दोनों प्लेटफॉर्म्स पर 'यूनियन बजट' मोबाइल ऐप के जरिए उपलब्ध होंगे.
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