First Budget Of India: 01 फरवरी, 2024 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 का बजट पेश करेंगी. इस साल आम चुनाव होने के कारण पूर्ण नहीं बल्कि अंतरिम बजट पेश किया जाएगा. क्या आपको पता है कि भारत का पहला बजट कब पेश हुआ था? चलिए जानते हैं.
जब भी आज़ाद भारत के पहले बजट की बात की जाती है तो यही पढ़ने को मिलता है कि भारत सरकार का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था, आर.के. शनमुखम चेट्टी द्वारा. लेकिन क्या आपको पता है कि इससे पहले मुस्लिम लीग के लियाक़त अली खान भारत का पहला बजट 2 फरवरी 1946 को पेश कर चुके थे. ये अंतरिम सरकार का अंतरिम बजट था.
इसमें कुछ कन्फ्यूजन हो सकती है. तो चलिए हम आपकी ये भ्रांति दूर किए देते हैं.
भारत का पहला बजट पाकिस्तानी राजनेता लियाकत अली खान ने पेश किया था. उस समय लियाकत अली खान पंडित जवाहर लाल नेहरू के प्रधानमंत्रित्व में गठित अंतरिम सरकार में वित्त मंत्री थे. इसमें कोई शक नहीं कि ये आज़ाद भारत का पहला बजट नहीं था, क्योंकि ये आज़ादी से एक साल पहले 1946 में पेश हुआ था. जब अंग्रेज भारत से जाने वाले थे और आज़ाद भारत की सरकार बनने वाली थी, तब 2 फरवरी 1946 को एक अल्पकालीन सरकार बनाई गई थी. इसी अंतरिम सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया.
आज़ाद भारत का पहला बजट आर. के. शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था जो कि एक पूर्णकालिक बजट नहीं था. ये सिर्फ़ सात महीने से कुछ ज़्यादा समय का था. इस बजट में कोई नया टैक्स लागू नहीं किया गया था. इसमें भारत और पाकिस्तान इस बात पर भी राजी हुए थे कि सितंबर 1948 तक भारत और पाकिस्तान का करेंसी सिस्टम कॉमन होगा. यानी कि जब तक पाकिस्तान अपने नोट छापना शुरू नहीं कर देता, तब तक वह भारत की करेंसी का इस्तेमाल कर सकता है. बजट पेश होने के बाद इसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो पर भी किया गया था.
देश के पहले बजट में 171.15 करोड़ रुपये के कुल रेवेन्यू का अनुमान था. वहीं, खर्च का अनुमान 197.29 करोड़ था. फिस्कल डेफिसिट यानी राजकोषीय घाटे का अनुमान 26.24 करोड़ रुपये था.
भारत का पहला आम बजट 1860 में एक अंग्रेज जेम्स विल्सन ने पेश किया था. यह बँटवारे से पहले का आम बजट था.
वहीं, 1952 में पहली बार देश को नागरिकों द्वारा चुनी गई सरकार ने बजट पेश किया था. उस समय देश के वित्त मंत्री थे, आरबीआई के प्रथम गवर्नर सी. डी. देशमुख.
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