Byju's Crisis: देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी बायजूस (Byju's) की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं. बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन के साथ कुछ मतभेदों के चलते बोर्ड के तीन सदस्यों ने इस्तीफे दे दिए हैं. सीएनबीसी टीवी 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों ने इस्तीफे दिए हैं, उनमें सिकोया कैपिटल के जीवी रविशंकर, चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव (Chan Zuckerberg Initiative) के विवियन वू (Vivian Wu) और प्रोसस (Prosus) के रसेल ड्रेसनस्टॉक (Russell Dreisenstock) शामिल हैं. इसके साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी ऑडिट फर्मों में से एक डेलॉयट ने भी बायजूस के लीगल ऑडिटर के पद से इस्तीफा दे दिया है.
तीन बोर्ड मेंबर्स के इस्तीफे के बाद अब बायजूस के बोर्ड में बायजू रवींद्रन, उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ और भाई रिजू रवींद्रन ही बचे हैं. हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक, अभी बायजूस ने इन सदस्यों के इस्तीफे अभी मंज़ूर नहीं किए हैं.
मनीकंट्रोल के मुताबिक, कंपनी के शेयरधारकों से जुड़े एक सूत्र ने बताया पिछले साल से ही कंपनी चलाने के तरीके को लेकर बोर्ड मेंबर्स खुश नहीं हैं. इस वजह से कंपनी के फाउंडर और बोर्ड मेंबर्स के बीच मतभेद चल रहे हैं. साथ ही कंपनी फाउंडर बायजू निवेशक कंपनियों के मैनेजमेंट के साथ जिस तरीके से बात कर रहे थे, उसे लेकर भी मतभेद थे. बायजू ने बोर्ड मेंबर्स और निवेशकों की बात नहीं सुनी.
डेलॉयट के इस्तीफे की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 के कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट लंबे समय से पेंडिंग हैं. डेलॉयट की ओर से जारी बयान के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 के ऑडिट रिपोर्ट संशोधनों के समाधान के बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिली है. साथ ही वित्त वर्ष 2022 के फाइनेंशियल स्टेटमेंट और उससे जुड़े बुक और रिकॉर्ड के ऑडिट की तैयारी का क्या स्टेटस है, इसकी भी कोई जानकारी नहीं है. इस कम्युनिकेशन गैप की वजह से अब तक ऑडिट शुरू नहीं हो पाया है. बता दें कि बायजूस ने डेलॉयट की जगह बीडीओ (एमएसकेए एंड एसोसिएट्स) को कंपनी का लीगल ऑडिटर नियुक्त किया है.
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