Byju's Update: केंद्र सरकार ने देश की बड़ी एडटेक कंपनी (EdTech) बायजूस की अकाउंट बुक्स की जांच के आदेश दिए हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने बायजूस को छह हफ्तों के भीतर रिपोर्ट सबमिट करने को कहा है. बता दें कि कंपनी के ऑडिटर और बोर्ड के तीन सदस्यों ने पिछले महीने ही इस्तीफा दिया था.
इस जांच के आधार पर कंपनी का आंतरिक स्तर पर आकलन किया जाएगा. जांच के नतीजों के आधार पर तय किया जाएगा कि इस मामले को सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO) के पास ले जाना चाहिए या नहीं. हालांकि, कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय और बायजूस की ओर से अब तक इसका कोई जवाब नहीं आया है.
आखिरी फंडिंग राउंड में कंपनी की वैल्यू 22 मिलियन डॉलर थी. उसने डेट एग्रीमेंट की कुछ शर्तों का उल्लंघन करने के बाद अपने 1.2 बिलियन डॉलर के टर्म लोन को रिस्ट्रक्चर करने के लिए दोबारा चर्चा शुरू की थी.
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बता दें कि बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन के साथ कुछ मतभेदों के चलते कुछ दिन पहले बोर्ड के तीन सदस्यों ने इस्तीफे दिए थे. जिन लोगों ने इस्तीफे दिए, उनमें सिकोया कैपिटल के जीवी रविशंकर, चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव (Chan Zuckerberg Initiative) के विवियन वू (Vivian Wu) और प्रोसस (Prosus) के रसेल ड्रेसनस्टॉक (Russell Dreisenstock) शामिल हैं. तीन बोर्ड मेंबर्स के इस्तीफे के बाद अब बायजूस के बोर्ड में बायजू रवींद्रन, उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ और भाई रिजू रवींद्रन ही बचे हैं. इसके साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी ऑडिट फर्मों में से एक डेलॉयट ने भी बायजूस के लीगल ऑडिटर के पद से इस्तीफा दिया था.
इसी बीच, बायजू रवींद्रन ने भी अब अपना अरबपति का तमगा खो दिया है. रवींद्रन 2020 में 1.8 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ फोर्ब्स की वर्ल्ड बिलिनेयर लिस्ट में शामिल हुए थे. उस समय, उनकी फर्म BYJU'S का मूल्य 10 बिलियन डॉलर था.
फोर्ब्स के मुताबिक, रवींद्रन की निजी संपत्ति 475 मिलियन डॉलर (3,910 करोड़ रुपये) है. कंपनी में रवीन्द्रन की 18% स्टेक की वैल्यू अब 1 बिलियन डॉलर से भी कम है. हालाँकि, पिछले साल बायजू में निवेश करने के लिए लिए गए लोन का हिसाब लगाने के बाद, उनकी पर्सनल नेटवर्थ 475 मिलियन डॉलर आंकी गई है.