दुनिया के सबसे अमीर शख्स Elon Musk का एक हालिया ट्वीट, सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. दरअसल Twitter को खरीदने के बाद मस्क ने एक नया ट्वीट किया...जिसमें उन्होंने दुनिया की सबसे फेमस सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी, Coca Cola को खरीदने और उसमें 'कोकीन' मिलाने की बात कही हैं. आइये जानते हैं कि मस्क क्या ट्वीट किया है.
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क्या ट्वीट किया Elon Musk ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए मस्क ने लिखा कि, अब मैं कोका कोला खरीदने जा रहा हूं, ताकि उसमें फिर से कोकीन डाल सकूं. मस्क के इस ट्वीट के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि, क्या सच में कोका कोला में 'कोकीन' या इस तरह को नशीला पदार्थ मिला होता था.
क्या सच में Coke में होता था कोकीन
बता दें कि Coca Cola कंपनी की स्थापना 1885 में, जॉर्जिया के एक फार्मासिस्ट जॉन पेम्बर्टन ने की थी. दरअसल, कंपनी ने जब पेय उत्पाद को पहली बार लांच किया था तो इसमें कोकीन डाली थी. यह कोकीन कोक की पत्तियों से निकाला जाता था. इसमें दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ कैफीन था, जिसे कोला नट से निकाला जाता था. यही वजह है कि, इस उत्पाद का नाम कोका कोला रखा गया. शुरुआत में एक बोतल में कोकीन की मात्रा करीब 3.5 ग्राम रहती थी.
बाद में अमेरिका के गृह युद्ध में ज़ख़्मी पेम्बर्टन को मॉरफ़ीन की लत लग गई थी. उससे छुटकारा पाने के लिए पेम्बर्टन ने शराब में कोका की पत्तियों का रस मिलाकर पीना शुरू किया. अच्छा लगा तो उसे बेचना भी शुरू कर दिया. असल में कोका कोला में जो पहला शब्द यानी कोका है, वो इसमें मिलाए जाने वाले कोका की पत्तियों के रस की वजह से है.
दवा के तौर पर इस्तेमाल होता था Cocaine
बता दें कि, पहले अमेरिकी और यूरोपीय देशों में कोकीन का इस्तेमाल दवा की तरह किया जाता था. इसे सिरदर्द और थकान के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता था. रिपोर्ट्स के अनुसार वक्त बीतने के साथ कोक में कोकीन की मात्रा कम होती गई. 1929 में कोक पूरी तरह से कोकीन फ्री हो गई. जिसके बाद कोक पूरी दुनिया में सॉफ्ट ड्रिंक की तरह मशहूर हो गई.
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस वक्त पूरी दुनिया में रोज करीब 2 अरब Coca Cola की बोतलें बिकती हैं. ये भी हो सकता है कि आप भी यह खबर देखते-देखते कोक पी रहे हों.