दुनियाभर में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. क्रेडिट कार्ड से यूजर्स को कई तरह के डिस्काउंट्स, वाउचर के फायदे होते हैं साथ ही कार्ड का इस्तेमाल करने पर अलग-अलग चार्जेज भी होते है. लेकिन अब इन चार्जेस को कम करने के लिए मास्टरकार्ड और वीजा के बीच सेटलमेंट हुआ है.
दुनिया के दो सबसे बड़े कार्ड नेटवर्क वीजा और मास्टरकार्ड के बीच एक समझौता हुआ है. इस समझौते से कार्ड यूजर्स के खर्च में काफी मात्रा में कटौती होने से ग्राहकों को फायदा हो सकता है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वीजा और मास्टरकार्ड के बीच 30 बिलियन डॉलर का एक सौदा हुआ है. सौदे में सेटलमेंट मर्चेंट्स के क्रेडिट कार्ड फी और डेबिट कार्ड फी दोनों पर लागू करने का प्रस्ताव है.
सेटलमेंट के तहत दोनों नेटवर्क प्रोवाइडर स्वाइप रेट को 0.04 फीसदी कम करने पर सहमत हुए हैं. यह कटौती तीन साल के लिए लागू रहेगी. इसके अलावा दोनों नेटवर्क के बीच इस बात पर भी सहमति भी बनी है कि औसत रेट को मौजूदा रेट की तुलना में अगले पांच साल के लिए 0.07 फीसदी कम रखा जाए.
स्वाइप रेट वह शुल्क है, जो वीजा और मास्टरकार्ड जैसे कार्ड नेटवर्क कार्ड से हुए लेनदेन पर वसूल करते हैं. औसतन इसका दर 1.5 फीसदी से 3.5 फीसदी होता है. कार्ड नेटवर्क यह शुल्क मर्चेंट से वसूल करते हैं और लगभग मामलों में मर्चेंट इसका बोझ ग्राहकों पर डालते हैं. कई जगहों पर मर्चेंट कार्ड पेमेंट से पहले ही ग्राहक को आगाह कर देते हैं कि उन्हें इतना अतिरिक्त भुगतान करना पड़ सकता है. अब इस डील के बाद ग्राहकों को इस कटौती में राहत मिलेगी.