यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ने के बाद से ही रूस को अमेरिका व पश्चिमी देशों के कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिका ने बीते दिनों रूसी तेल व गैस को बैन करने के संकेत दिए थे.
इसके बाद रूस ने सोमवार को इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए यूरोप को गैस सप्लाई रोकने की धमकी दी है. इसके साथ ही रूस ने पश्चिमी देशों को चेताया कि वह क्रूड ऑयल को 300 डॉलर प्रति बैरल के भी पार पहुंचा सकता है.
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रूस के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर अलेक्जेंडर नोवाक ने एक सरकारी टेलीविजन पर बयान देते हुए कहा,'यह पूरी तरह से साफ है कि अगर रूसी तेल को रिजेक्ट किया गया तो ग्लोबल मार्केट पर इसके भयानक दुष्परिणाम होंगे.
क्रूड ऑयल की कीमतों में ऐसी तेजी आएगी, जिसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता. अगर यह ज्यादा नहीं भी चढ़ा तो भी 300 डॉलर प्रति बैरल हो जाएगा. अगर कच्चे तेल की कीमत 300 डॉलर प्रति बैरल पहुंचती है तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान पार कर सकती हैं.
बता दें कि 10 मार्च को 5 राज्यों के चुनावी नतीजे आने वाले हैं, इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है. माना जा रहा है कि कभी भी फ्यूल प्राइस में बढ़ोतरी हो सकती है.