भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात (Crude Oil Import from Russia) फरवरी में बढ़कर रिकॉर्ड 16 लाख बैरल प्रतिदिन हो गया है. ये तब है जबकि अमेरिका और यूरोप (America and Europe) भारत को रूस से तेल खरीदने को लेकर कई बार नाखुशी जता चुके हैं. इसके अलावा पश्चिमी देशों और अमेरिका (Western countries and America) रफ से लगाए गए सैकड़ों प्रतिबंधों की वजह से रूस घोर आर्थिक संकट में फंसा हुआ है.
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दरअसल भारत परंपरागत तौर पर इराक और सऊदी अरब (Iraq and Saudi Arabia) तेल आयात करता है. लेकिन फरवरी महीने में रूस से तेल आयात जो आंकड़े आए हैं वो इन दोनों देशों से साझा आयात की तुलना में भी अधिक है. तेल के आयात- निर्यात पर नजर रखने वाली संस्था वर्टेक्सा ने बताया कि भारत जितनी मात्रा में तेल आयात करता है उसकी एक तिहाई से अधिक आपूर्ति अकेले रूस ने की है और वह लगातार पांचवे महीने भारत को कच्चे तेल का इकलौता सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना हुआ है