अंतरराष्ट्रीय ऑयल बेंच मार्क, Brent crude futures 2014 के बाद बुधवार को पहली बार 90 डॉलर के आंकड़े को पार कर गया. ऐसा रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भू राजनीतिक विवाद के चलते हुआ है.
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद के चलते Crude Oil के मांग में तेजी आई है, और सप्लाई बाधित है. ऐसा माना जा रहा है कि इस विवाद के चलते Crude Oil की कीमतों में अभी और भी ज्यादा इजाफा हो सकता है.
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इस महीने की शुरुआत में ही ब्रोकरेज हाउस गोल्डमैन सैक ने दावा किया था कि, Crude Oil की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल को पार कर सकती हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार 83वें दिन भी कोई बदलाव नहीं हुआ. हालांकि, विशेषज्ञो का मानना है कि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती Crude Oil की कीमतों के कारण आने वाले वक्त में ईंधन की कीमतों में 2-3 रुपये का इजाफा देखने को मिल सकता है.