दुनिया के सबसे बड़े रईस और Tesla कंपनी के मालिक, Elon Musk अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Twitter के भी मालिक बन गए हैं. ट्विटर खरीदने का यह सौदा लगभगल 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 3 हजार 368 अरब रुपये में यह सौदा हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क ने ट्विटर के एक शेयर के बदले 54.20 डॉलर यानी करीब 4152 रुपये कैश की बोली लगाई थी. खबर है कि ट्विटर के बोर्ड ने मस्क की इस पेशकश को मंजूरी दे दी है.
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ट्विटर के साथ डील डन होने के बाद मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, मेरे सबसे बुरे आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे. क्योंकि फ्री स्पीच का यही मतलब है.
ट्विटर को खरीदने के बाद मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बोलने की स्वतंत्रता लोकतंत्र का एक आधार है. ट्विटर एक डिजिटल टाउन स्क्वायर हैं जहां मानवता के लिहाज से भविष्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी. मैं नए फीचर्स, ओपन सोर्स एल्गोरिदम के साथ ट्विटर को पहले बेहतर प्रोडक्ट बनाना चाहता हूं. साथ ही स्पैमर को हराकर विश्वास बढ़ाने के लिए एल्गोरिदम को ओपन सोर्स बनाने और सभी मनुष्यों को अथेन्टिकेट करना चाहता हूं. ट्विटर में आपार संभावनाएं हैं. मैं कंपनी के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं.
बताते चलें कि Elon Musk ने इस महीने की शुरुआत में ही, Twitter में 9.2 फीसदी की बड़ी हिस्सेदारी खरीदी थी, जिसके साथ वे कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर भी बन गए थे. हालांकि, बाद में वेंगार्ड ग्रुप की तरफ से रखे गए फंड ने ट्विटर में 10.3 फीसद हिस्सेदारी खरीदी थी. ट्विटर में हिस्सेदारी खरीदने के बाद से ही लगातार मस्क कंपनी को खरीदने का ऑफर दे रहे थे, जिसे पहले कंपनी ने ठुकराया भी था.
Elon Musk ट्विटर पर फ्री स्पीच को लेकर इस सोशल मीडिया साइट की खासी आलोचना भी करते रहे हैं. बीते 25 मार्च को ही मस्क ने ट्विटर पर फ्री स्पीच को लेकर एक ट्वीट किया था, जो काफी वायरल हुआ था. मस्क ने लिखा था कि, एक बेहतर लोकतंत्र के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी है. क्या आप मानते हैं कि ट्विटर इस सिद्धांत का सख्ती से पालन करता है?