Nirmala Sitharaman America visit: वित्त मंत्री सीतारमण ने कई देशों पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी के बीच पश्चिम देशों (western countries) को आगाह किया है. वित्त मंत्री का कहना है कि भविष्य में विकसित देशों को अपने राजनीतिक, आर्थिक और नीतिगत फैसलों के 'वैश्विक प्रभाव' की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) और विश्व बैंक (World Bank) की वार्षिक बैठक (annual meeting) में भाग लेने के लिए के लिए मंगलवार को अमेरिका पहुंचीं वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि बैठक के दौरान वर्तमान वैश्विक आर्थिक स्थिति पर चर्चा की जाएगी.
वित्त मंत्री अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन (Treasury Secretary Janet Yellen) के साथ द्विपक्षीय बैठक (bilateral meeting) भी करेंगी. ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट थिंक-टैंक में भाषण के दौरान उन्होने कहा ' यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है'. सीतारमण की इस टिप्पणी का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देश रूस से अपनी तेल खरीद को कम करने की कोशिश कर रहे हैं और यहां तक कि अन्य देशों के ऐसा जारी रखने पर प्रतिबंध की चेतावनी भी दे रहे हैं.
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वित्त मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना को गलत तरीके से पेश किया जाता है. इस योजना का मकसद सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण को बढ़ावा देना है ताकि कुशल और अर्धकुशल दोनों तरह के रोजगार में इजाफा हो. इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा भारत के रूपे पेमेंट सिस्टम (RuPay) को अब सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मान्यता मिल गई है. इन दोनों देशों में रूपे कार्ड के जरिए पेमेंट किया जा सकेगा. वहीं अन्य देशों में भी इसकी स्वीकार्यता के लिए भारत सरकार लगातार संपर्क में है.