Frauds during the festive season: फेस्टिव सीज़न चल रहा है और लोग इस दौरान जमकर खरीददारी करते हैं. ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को लुभाने के लिए कंपनियां तमाम ऑफर्स और डील्स लेकर आती हैं. इसी मौके का फायदा उठाने के लिए कुछ स्कैमर्स सस्ते ऑफर का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. इसमें फंसकर लोग लाखों रुपए गंवा देते हैं. ऐसी ठगी से अगर आप बचना चाहते हैं तो आपको इन स्कैम और इनसे बचने वाले तरीकों के बारे में पता होना चाहिए. आइए जानते हैं...
इस दौरान ठग फेक शॉपिंग वेबसाइट बनाकर जालसाजी करते हैं. फेस्टिवल के दौरान ये नई वेबसाइट कम रेट में सामान बेचने का दावा करती हैं. यहां प्रोडक्ट की डीटेल दिखाई कुछ और जाती है और होती कुछ और है. इस तरह के प्रोडक्ट्स की क्वालिटी काफी खराब होती है. इनके चक्करों में फंसने की सबसे बड़ी वजह इनके लंबे-चौड़े ऑफर्स का जाल होता है.
इससे बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है. नई वेबसाइट/ ऐप से शॉपिंग करने से पहले कंपनी के बारे में सही से रिसर्च कर लें. कंपनी कितने सालों से काम कर रही है, उसका टर्नओवर कितना है. आप Trust Pilot जैसी रिव्यू साइट का इस्तेमाल करके भी पता लगा सकते हैं कि कंपनी की मार्केट में रेप्युटेशन क्या है. साथ ही आप ऐप स्टोर या प्ले स्टोर पर जाकर भी ऐप की रेटिंग्स पता कर सकते हैं और रिव्यूज़ पढ़ सकते हैं. साइट पर ऑफर किए जाने वाले प्रोडक्ट्स के रिव्यू पढ़ें और रिटर्न पॉलिसी के बारे में भी अच्छे से पता कर लें.
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दिवाली के मौके पर आपके पास डिलिवरी संबंधी कोई मैसेज या कॉल आ सकता है, जिसमें आपको किसी आकर्षक ऑफर या डील के बारे में बताकर अपनी बातों में फंसाया जा सकता है. इस तरह के मैसेजेस में एक लिंक भी होती है जिस पर क्लिक करके आपको पेमेंट करने के लिए कहा जाता है. ये पेमेंट कम राशि का हो सकता है और आपको लग सकता है कि इतने कम पैसे में अगर कोई सरप्राइज पैकेट मिल सकता है तो कोई बड़ी बात नहीं. लेकिन पेमेंट करने के बाद भी आपके पास पैकेट नहीं आएगा क्योंकि वो मैसेज फ्रॉड था.
ऐसे में अनजान लिंक पर क्लिक न करें. कोई ऑफर या डिस्काउंट दिखने पर वेबसाइट का URL ज़रूर चेक करें. बैंक अलर्ट को हमेशा ऑन रखें. इसके साथ ही अगर आप रेप्युटेबल रिटेलर के जरिए शॉपिंग करते हैं तो आप अपने पैकेज को ट्रैक कर सकते हैं. साथ ही आपको ईमेल या टेक्स्ट मैसेज पर क्लिक करने की भी ज़रूरत नहीं होगी.
फेस्टिव सीज़न में कई ई-कॉमर्स साइट्स अपने ग्राहकों के लिए वाउचर भी देती हैं. कुछ स्कैमर्स इस मौके का फायदा उठाकर लोगों को फेक वाउचर या गिफ्ट कार्ड भेजते हैं. ये ईमेल देखकर लोगों को लगता है कि ये ऑफिशियल साइट से ही आया है. इससे बचने के लिए आप सबसे पहले ईमेल को वेरिफाई करें. सब चेक करने के बाद ही अगला कदम उठायें.
त्योहारों के दौरान ज्यादार लोग दान करते हैं. इसी की फायदा उठाकर स्कैमर्स आपको फेक चैरिटी लिंक्स भेजते हैं. इन पर क्लिक करने से बचना चाहिए.
फेस्टिव सेल के दौरान कई बार अमेज़न, फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से भी नकली प्रोडक्ट्स डिलीवर हो जाते हैं. इसका कारण ये है कि इन प्लेटफॉर्म्स पर हज़ारों सेलर्स होते हैं और वो खुद हर सेलर का प्रोडक्ट चेक नहीं करते हैं. तो अगर आपके पास कोई भी नकली प्रोडक्ट आ जाए तो उसकी शिकायत संबंधित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर करें.
इसमें ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक शॉपिंग पेज बनाकर अलग-अलग प्रोडक्ट का विज्ञापन देते हैं. इसे बहुत कम दाम में बेचने का दावा किया जाता है. इस तरह की ठगी से बचने के लिए सोशल मीडिया पर बने इस तरह के किसी भी पेज पर जाकर शॉपिंग के लिए लिंक पर क्लिक न करें. पेज पर जो विज्ञापन पोस्ट किए गए हैं, उन पर किए गए कमेंट को जरूर पढ़ें. क्योंकि इस तरह के प्लेटफॉर्म पर ठगे जाने के बाद लोग कमेंट जरूर करते हैं. अगर उस पेज पर अच्छे कमेंट नहीं हैं तो शॉपिंग के लिए आगे न बढ़ें.
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