Wealth and Inheritance Tax: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने वेल्थ टैक्स (Wealth Tax) को लेकर बड़ा बयान दिया है. रघुराम राजन ने कहा कि संपत्ति और विरासत कर (Inheritance Tax) जैसी व्यवस्था ठीक नहीं हैं. राजन ने विरोध करते हुए कहा इस तरह के सिस्टम को अमीर लोग आसानी से धोखा दे सकते हैं. टैक्स के माध्यम से समानता हासिल करना एक तरीके से कम्युनिस्ट क्रांति जैसा निर्णय होगा. इसके परिणाम से कोई समाधान निकालने के बजाय हिंसा और गरीबी को बढ़ावा मिल सकता हैं.
संपत्ति और विरासत कर को लेकर रघुराम राजन का बयान ऐसे समय में आया है जब अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी (Thomas Piketty) ने भारत में बढ़ती असमानता को ठीक करने के लिए 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति पर 2 फीसदी टैक्स लगाने का सुझाव दिया है. पिकेटी के सुझाव में देश में विरासत कर को 33 फीसदी लागू करने का सुझाव दिया गया है. थॉमस पिकेटी ने अपने रिसर्च पेपर में कहा था कि सरकार को सोशल सेक्टर में निवेश बढ़ाना चाहिए. इसके लिए टैक्स सिस्टम में बड़े बदलाव की जरूरत है. साथ यह संपत्ति के बंटवारे की भी आवश्यकता है.
रघुराम राजन ने एक पॉडकास्ट के दौरान कहा कि संपत्ति और विरासत कर जैसी चीजें प्रभावी साबित नहीं होंगी. उन्होंने कहा कि दुनिया में एक भी ऐसा देश नहीं है, जो इस तरह के टैक्स गंभीरता से लागू कर पाया हो. इस तरह की चीजों को लोग असानी से स्वीकार नहीं कर पाते हैं. इस विचार पर मैं थॉमस पिकेटी का विरोध करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि हमें अमीरों को नीचे लाने के बजाय लोगों को ऊपर उठाने पर जोर देना चाहिए . हमें छोटे उद्योगों के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर बनाने होंगे. हमें ऐसा वित्तीय तंत्र बनाना होगा, जहां लोगों को कारोबार के ज्यादा अवसर मिल सकें. टैक्स की चोरी भी रोकनी होगी. साथ ही हमें प्रतिस्पर्धा आयोग को मजबूत करना होगा ताकि किसी भी सेक्टर में किसी भी कंपनी का दबदबा न बन पाए.