आम जनता के लिए महंगाई से जुड़ी एक बुरी खबर है. ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि, मंगलवार को ही ईंधन के दामों में बढ़ोतरी की जा सकती है.
कच्चे तेल की बढ़ी कीमतों के कारण अपने नुकसान को कवर करने के लिए तेल कंपनियां एक साथ 12-18 रुपये बढ़ाना चाह रही हैं, पर सरकार चाहती है कि एक साथ दाम बढ़ाने के बजाय धीरे-धारे फ्यूल की कीमत बढ़ाई जाए.
पिछले साल नवंबर से तेल की कीमतें स्थिर हैं. UP समेत पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आने वाले हैं, ऐसे में कभी भी तेल कंपनियों के द्वारा दाम बढ़ाए जा सकते हैं.
बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ठ्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 130 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं. ICICI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार घरेलू तेल कंपनियों को इस मार्जिन को कवर करने के लिए 15.1 रुपये की बढ़ोतरी करने की जरूरत है.
JP मॉर्गन की रिपोर्ट के मुताबिक अगामी चुनावी नतीजों के साथ ही ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगी.
ये भी पढ़ें| पुतिन की सनक से 13 साल के रिकॉर्ड स्तर पर Crude Oil के दाम, 130 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा है कच्चा तेल