दुनियाभर में गैस की भारी किल्लत चल रही है और अप्रैल में इसका असर भारत में देखने को मिल सकता है. इससे देश में गैस की कीमत दोगुनी हो सकती है. अप्रैल से रसोई गैस समेत CNG, PNG और बिजली की कीमतें बढ़ सकती हैं.
बता दें कि अभी दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले LPG सिलेंडर की कीमत 899.50 रुपये है. अगर कीमतें बढ़ती हैं तो इसकी कीमत दोगुने के हिसाब से लगभग 1799 रुपये तक जा सकती है.
ग्लोबल इकॉनमी कोरोना के कहर से बाहर निकल रही है जिस वजह से एनर्जी की मांग भी बढ़ी है. लेकिन साथ ही एनर्जी सप्लाई को बढ़ाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए. जिस वजह से गैस की कीमत में काफी तेजी आई है. घरेलू इंडस्ट्रीज पहली ही आयातित LNG के लिए ज्यादा कीमत चुका रही है.
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इसकी वजह लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स हैं जहां कीमत कच्चे तेल से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने स्पॉट मार्केट से खरीदारी कम कर दी है जहां कई महीनों के कीमत में आग लगी हुई है. इसका असर अप्रैल में देखने को मिलेगा जब सरकार नेचुरल गैस की घरेलू कीमतों में बदलाव करेगी. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुताबिक गहरे समुद्र से निकलने वाली गैस की कीमत 6.13 डॉलर से बढ़कर करीब 10 डॉलर हो जाएगी.
देश में घरेलू नेचुरल गैस की कीमतें हर साल अप्रैल और अक्टूबर में तय होती हैं. अप्रैल की कीमत जनवरी से दिसंबर 2021 की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर आधारित होगी. इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एके जेना के मुताबिक घरेलू नेचुरल गैस की कीमत में एक डॉलर की तेजी होने पर सीएनजी की कीमत 4.5 रुपये प्रति किलो बढ़ जाएगी.