वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही के जीडीपी (GDP) आंकड़े जारी कर दिए गए हैं. अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ 8.4 फीसदी रही है. वहीं, वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान जीडीपी 7.8 फीसदी रही थी. तीसरे तिमाही में जीडीपी के आंकड़ों में तेजी दिखी है.
वित्त वर्ष 2023-24 के तीसरी तिमाही के आंकड़े मिनिस्ट्री ऑफ़ स्टेटिस्टिक्स ने जारी किए है.इससे पहले सितम्बर की तिमाही में जीडीपी 7.6 फीसदी रही थी.
सांख्यिकी मंत्रालय के एनएसओ ( National Statistical Office) ने वित्त वर्ष 2023-24 के अक्टूबर - दिसंबर तिमाही के आंकड़ों पर कहा है की, वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान जीडीपी 40.35 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 43.72 लाख करोड़ रुपये रही है.
रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) की वित्त वर्ष 2023-24 के अक्टूबर - दिसंबर तिमाही के जीडीपी का अनुमानित आंकड़ा 6 फीसदी था. वही रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया का अक्टूबर - दिसंबर तिमाही के लिए 7 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान किया था
क्या होती है जीडीपी?
जीडीपी यानी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (Gross Domestic Product). किसी एक साल में देश में जितनी भी सेवायें और सामान प्रोड्यूस किए जाते हैं, उनकी कुल वैल्यू को जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) कहा जाता है. GDP से किसी देश की इकॉनमी की हालत का पता चलता है. यह दो प्रकार की होती है- रियल जीडीपी (Real GDP) और नॉमिनल जीडीपी (Nominal GDP). रियल जीडीपी में बेस ईयर की वैल्यू पर गुड्स और सर्विसेज की कैलकुलेशन की जाती है. जबकि, नॉमिनल GDP में मौज़ूदा वैल्यू पर कैलकुलेशन की जाती है.