Go First Crisis: आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. जहां गो फर्स्ट अपने ऑपरेशन शुरू करने की कोशिश कर रही है, वहीं कंपनी के सामने एक और समस्या आ गई है. कंपनी के कर्मचारियों को पिछले 3 महीने से सैलरी नहीं मिली है जिस वजह से वे अब दूसरी कंपनियों में जॉब ढूंढ रहे हैं. बता दें कि कंपनी के 150 से ज्यादा कर्मचारी अगले दो हफ्तों में इस्तीफा दे सकते हैं.
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मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, रिटेंशन बोनस और सैलरी के वायदे के बावजूद गो फर्स्ट ने मई, जून और जुलाई की सैलरी अपने कर्मचारियों को नहीं दी है. इस्तीफा देने वाले कर्मचारियों में 30 पायलट, 50 केबिन क्रू मेंबर और 50 ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ शामिल है.
बता दें कि इस मामले पर मनी कंट्रोल से बात करते हुए कंपनी के एक सीनियर एग्जीक्युटिव ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के 7 अगस्त के फैसले के बाद कर्मचारियों के बीच निराशा है. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ गो फर्स्ट की अपील पर सुनवाई करने से मना कर दिया था जिसमें विमान सप्लायर्स को विमानों की निगरानी का अनुमति दी गई थी. एयरलाइन ने 18 अगस्त तक अपनी सभी फ्लाइट कैंसल कर दी हैं.
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