World Cup Ads: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 (ICC World Cup 2023) की आज 5 अक्टूबर से शुरुआत हो गई है. पहला मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच गुजरात के अहमदाबाद शहर में खेला जा रहा है. क्रिकेट वर्ल्ड कप का व्यूअरशिप इतनी ज्यादा है कि ग्लोबल कंपनियां इन करोड़ों दर्शकों को लुभाने के लिए काफी ज्यादा पैसा खर्च करते हैं. अब भारत तो वैसे भी अपनी जनसंख्या की वजह से काफी बड़ा इमर्जिंग मार्केट हैं तो ये वर्ल्ड कप कंपनियों के अपने ब्रांड प्रमोशन के लिए अच्छा मौका है.
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस के मुताबिक, ''भारत इस वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है. 5 अक्टूबर से शुरू हो रहा ये वर्ल्ड कप का टूर्नामेंट नवंबर के मध्य तक चलने वाला है. डेढ़ महीने में इस वर्ल्ड कप के जरिए स्पांसर्स यूरोप से लेकर ओशिनिया तक दुनियाभर में 1 अरब से अधिक दर्शकों तक पहुंच सकेंगे. इन दर्शकों में सबसे बड़ी संख्या भारतीय दर्शकों की होगी. विदेशी ब्रांड्स के लिए दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश के उपभोक्ताओं तक पहुंच बनाने के लिए यह एक शानदार मौका है.''
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ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, डेलॉइट इंडिया के एक पार्टनर जेहिल ठक्कर का अनुमान है कि टूर्नामेंट के दौरान कई ब्रांड्स सिर्फ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन के स्लॉट पाने के लिए करीब 240 मिलियन डॉलर यानी 2000 करोड़ रुपये खर्च कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस बार वर्ल्ड कप के मैचों के दौरान 10 सेकंड के एडवर्टाइजमेंट स्लॉट के लिए 30 लाख रुपये तक खर्चा करना पड़ रहा है. यह 2019 में हुए पिछले वर्ल्ड कप की तुलना में 40 फीसदी ज्यादा है.
क्रिकेट भारत में काफी ज्यादा लोकप्रिय खेल है जिस वजह से भारत में हर साल की जाने वाली कुल स्पोर्ट्स स्पेंडिंग में क्रिकेट का शेयर 85 फीसदी है. क्रिकेट पर कंपनियां विज्ञापन और स्पॉन्सरशिप पर सालाना 1.5 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च करती हैं.
सबनवीस ने कहा, 'फुटबॉल जैसे दूसरे खेलों से क्रिकेट की तुलना करें तो ग्लोबल लेवल पर थोड़ी कम चमक है. लेकिन भारत में क्रिकेट के लिए जो उन्माद है, वह कहीं और नहीं है.'
वर्ल्ड कप के दौरान विज्ञापन के लिए पेमेंट करने वाले ब्रांड्स में कोका-कोला कंपनी, अल्फाबेट की गूगल पे और यूनिलीवर पीएलसी की भारतीय इकाई हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड जैसी बड़े कॉर्पोरेट कंपनियां शामिल हैं. वहीं, आईसीसी के ऑफिशियल पार्टनर्स की लिस्ट में सऊदी अरामको, एमिरेट्स और निसान मोटर जैसी कंपनी शामिल हैं.
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