India Per Capita Income: भारत की प्रति व्यक्ति औसत आय (Per Capita Income) 2030 तक करीब 70 फीसदी तक बढ़ सकती है. स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक (Standard Chartered Bank) की रिसर्च रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में प्रति व्यक्ति आय 2,450 डॉलर है जो 2030 तक बढ़कर 4,000 डॉलर तक पहुंच सकती है.
इनकम में ये बढ़ोतरी होने से देश 6 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्था बनेगा और इसका आधा हिस्सा घरेलू खपत से आएगा.
2001 के बाद से प्रति व्यक्ति आय/ जीडीपी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई है. यह 2001 में 460 डॉलर थी, जो 2011 में बढ़कर 1,413 डॉलर और 2021 में 2,150 डॉलर हो गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि नॉमिनल जीडीपी में सालाना 10 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है. भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि की बड़ी वजह एक्सटर्नल ट्रेड (External Trade) रहेगा जो कि 1.2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2030 तक करीब 2.1 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा.
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इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वृद्धि में दूसरा प्रमुख योगदान घरेलू खपत का होगा जो कि 2030 तक 3.4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. ये 2023 में 2.1 ट्रिलियन डॉलर है.
बता दें कि पीएम मोदी ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनके अगले कार्यकाल के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था अमेरिका और चीन के बाद टॉप 3 देशों में शामिल होगी. अभी की बात करें तो जापान दुनिया की तीसरी और जर्मनी चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
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अगर राज्यों की बात करें तो प्रति व्यक्ति आय रैंकिंग मामले में तेलंगाना टॉप पर है जिसकी आय 2.75 लाख रुपये है. इसके बाद कर्नाटक (2.65 लाख रु.), तमिलनाडु (2.41 लाख रु.), केरल (2.30 लाख रु.) और आंध्र प्रदेश (2.07 लाख रु.) का स्थान आता है. स्टैंडर्ड चार्टर्ड के मुताबिक, 2030 तक इस रैंकिंग में बदलाव हो सकता है जिसके बाद गुजरात प्रति व्यक्ति आय के मामले में टॉप पर पहुंच सकता है. वर्तमान में जीडीपी में तेलंगाना, दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात और आंध्र प्रदेश का योगदान 20 फीसदी है.
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