WPI Inflation: रिटेल महंगाई के बाद अब थोक महंगाई दर में भी गिरावट आई है. आज यानी 14 जून को मई महीने की थोक महंगाई दर (WPI) के आंकड़े जारी हुए हैं. मई में WPI घटकर -3.48% पर आ गई है. बता दें कि थोक महंगाई दर लगातार दूसरी बार निगेटिव आई है. अप्रैल में ये -0.92% रही थी. मार्च में ये दर 1.34%, फरवरी में 3.85% और जनवरी में 4.73% थी.
इसके साथ ही थोक महंगाई 8 साल के निचले स्तर पर आ गई है. इससे पहले अक्टूबर 2015 में ये -3.81% पर थी.
थोक महंगाई दर में कमी आने के पीछे मुख्य वजह मिनरल ऑयल, बेसिक मेटल्स, फूड आइटम्स, टेक्सटाइल्स और नॉन-फूड आर्टिकल्स के दाम में कमी के साथ-साथ कच्चे तेल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के साथ नेचुरल गैस, केमिकल और केमिकल प्रोडक्ट्स की कीमतों में कमी आना भी है.
प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई - 1.60% (अप्रैल) से घटकर -1.79% (मई)
फ्यूल एंड पावर की थोक महंगाई - 0.93% (अप्रैल) से घटकर -9.17% (मई)
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई - 2.42% (अप्रैल) से घटकर -2.97% (मई)
अनाजों की थोक महंगाई - 7.69% (अप्रैल) से घटकर 6.89% (मई)
बता दें कि इससे पहले रिटेल महंगाई के आंकड़े भी जारी हुए. मई में रिटेल महंगाई दर 4.25 फीसदी रही जो कि 25 महीने का सबसे निचला स्तर है. अप्रैल में रिटेल महंगाई दर 4.7 फीसदी रही.