ग्लोबल ब्रोकरेज संस्था जेफ़रीज के मुताबिक भारत अपने GDP विकास दर, अनुकूल जिओ पॉलिटिक्स , बढ़ती मार्केट कैपिटलाइजेशन, निरंतर सुधार और मजबूत कॉर्पोरेट कल्चर की बदौलत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी .
मनीकंट्रोल के मुताबिक, जेफरीज के भारतीय इक्विटी विश्लेषक महेश नांदुरकर ने कहा है, “पिछले 10 सालों में भारत की GDP अमेरिकी डॉलर में 7 प्रतिशत की CAGR के साथ 3.6 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ी है. इससे भारत आठवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है.
अगले 4 वर्षों में, भारत की GDP 5 ट्रिलियन डॉलर को छू सकती है, जिससे भारत 2027 में जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगी. भारत तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, जिसके पीछे नियमित लेबर आपूर्ति, संस्थागत कौशल और शासन में सुधार से लाभ होगा.
भारत ने पिछले 10-20 सालों में USD दरों में 10-12 प्रतिशत की रेट से विकास किया है. जेफरीज़ के मुताबिक, भारत अब दुनिया में पांचवा सबसे बड़ा इक्विटी बाजार है और 2030 तक मार्केट कैप में 10 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छू सकता है..
नांदुरकर के अनुसार, "नियमित सुधार से भारत की तेज़ी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था की स्थिति बनी रह सकती है. मज़बूत घरेलू निवेश से बाजार की अस्थिरता कम हुई है.
2017 में जीएसटी लागू करने से टैक्स व्यवस्था को सरल बनाया गया है और व्यापार की कुशलता में सुधार किया गया है. Bankruptcy के खिलाफ पुख्ता कदम उठाने से कॉर्पोरेट और बैंकिंग क्षेत्र की बैलेंस शीट को व्यापक रूप से साफ किया गया और शासन की जवाबदेही तय की गई. रियल एस्टेट नियामक अधिनियम (रेरा) ने आवास क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव किए है. सरकार का ध्यान सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे और डिजिटल इंफ्रा जैसे यूआईडी, यूपीआई, डीबीटी पर खास बढ़ावा दिया गया है, इसी वजह से जिससे स्टार्टअप इकोसिस्टम को सहायता मिली है.