भारत के जी 20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने भारत के विकास को लेकर बड़ा बयान दिया है. बुधवार को कांत ने कहा है कि, भारत अगले पांच साल में जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, उस समय भारत का शेयर बाजार भी दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा शेयर बाजार होगा.
भारतीय उद्योग परिसंघ (दक्षिणी क्षेत्र) द्वारा ‘द डेक्कन कन्वर्सेशन्स, एक्सिलेरेटिंग आवर ग्रोथ स्टोरी’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में कांत ने कहा है ,कि भारत का वृद्धि दर पिछले तीन तिमाहियों में 8.3 प्रतिशत से ज्यादा रहा है और इस दौरान भारत एक ‘मजबूत ताकत’ के रूप में उभरा है. इंटरनेशनल मोनेटरी फण्ड (आईएमएफ) का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि भारत अगले दशक में दुनिया के आर्थिक विस्तार में लगभग 20 फीसदी का योगदान करेगा और उन्होंने साल 2047 तक देश की अर्थव्यवस्था को 35,000 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान भी लगाया है.
भारत के जी 20 शेरपा ने आगे अपने बयान में कहा कि, भारत में बड़ी कंपनियां को स्थापित करने और (एमएसएमई) के को बढ़ावा देने के लिए इकोसिस्टम बनाने की जरूरत है. उन्होंने रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) पर खर्च को मौजूदा के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 0.7 प्रतिशत से बढ़ाकर ढाई से तीन फीसदी करने का सुझाव भी दिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत में वृद्धि की रफ्तार तेज की है. हम वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लेकर आए हैं, जिसका अच्छा लाभ मिल रहा है.
कांत ने कहा कि केंद्रीय स्तर पर कारोबार में सुगमता की वजह से 1,500 कानून समाप्त हुए हैं, जो एक बड़ी बात है. आगे अपने बयान में कहा,कि कभी देश में सिर्फ 150 स्टार्टअप थे लेकिन आज इनकी संख्या 1,25,000 हो गई है जिनमें से 115 यूनिकॉर्न हैं.