Indian Banking System: भारतीय बैंकिंग सिस्टम (Indian Banking System) में कैश की कमी होने के कारण आरबीआई (RBI) को लेनदेन के लिए बैंकों को 2.73 अरब डॉलर यानि 21,800 करोड़ रुपये कैश देने पड़े हैं. 40 महीनों में पहली बार भारतीय बैंकिंग सिस्टम (Indian Banking System) में नगदी की कमी आई है. लेकिन, बैंकों का कैश आखिर गया तो गया कहां? आइए जानते हैं कि मई 2019 के बाद ऐसा क्या हुआ कि बैंकिंग सिस्टम में इस तरह से नकदी की कमी आ गई.
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आपको बता दें कि बीते 4 मई 2022 को RBI ने महंगाई पर लगाम लगाने के लिए मॉनिटरी पॉलिसी (Monetary Policy) की बैठक में कैश रिजर्व रेशियो (Cash Reserve Ratio) बढ़ाने का फैसला किया था. बैंकिंग सिस्टम में मौजूद अतिरिक्त नकदी (Cash) को कम करने लिए RBI के CRR में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर 4.50 फीसद कर दिया गया था, जिसके बाद बैंकिंग सिस्टम में मौजूद 90,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नगदी में अचानक कमी आ गई.
CRR में इजाफा किए जाने के बाद अब बैंकों को कुल जमा का 4.50 प्रतिशत रकम आरबीआई के पास सीआरआर (CRR) के तौर पर जमा रखना पड़ रहा है, जिस वजह से बैंकिंग सिस्टम (banking system) में मौजूदा अतिरिक्त नगदी घट गई है.
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