दुनियाभर में भले ही मंदी (Recession) की आहट सुनाई दे रही हो. भले ही कई देशों की अर्थव्यवस्था गोते लगा रही हो, लेकिन भारत ग्लोबल इकोनॉमी में आकर्षक स्थल बना हुआ है. संयुक्त राष्ट्र (United Nation) की एक रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक मंदी के प्रभाव के बीच 2023 में भारत (India) की जीडीपी वृद्धि दर (GDP Growth Rate) 5.8 रहने की संभावना है. वहीं 2023 में भारत की मुद्रास्फीति (Inflation) के घटकर 5.5 फीसदी रहने का अनुमान है. रिपोर्ट की मानें तो भारत 2024 में 6.7 फीसदी की दर से बढ़ेगा.
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रिपोर्ट में जीडीपी की इस हालत के लिए कोरोना महामारी (Corona Pandemic) और रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) से पैदा हुए हालात को जिम्मेदार ठहराया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते खाद्य और ऊर्जा संकट खड़ा हुआ है और महंगाई बढ़ी है.