रूस-यूक्रेन झगड़े के कारण महंगाई बढ़ने के डर से आम जनता ने कुकिंग ऑइल और पेट्रोल-डीजल का स्टॉक बनाना शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण कुकिंग ऑइल की सप्लाई बाधित हो सकती है.
बता दें कि भारत अपनी कुल जरूरतों का दो तिहाई से भी अधिक कुकिंग ऑइल इंपोर्ट करता है. भारत रूस और यूक्रेन से लगभग 90 फीसदी के आस पास सूरजमुखी के तेल का आयात करता है.
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वहीं ऐसी उम्मीद भी जताई जा रही है कि बेहद जल्द पेट्रोल-डीजल के दामों में लगभग 20 से 25 रूपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं, लेकिन घरेलू बाजार में पिछले साल नवंबर से ही कीमतें स्थिर बनी हुई हैं.
हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि, 10 मार्च को पांच राज्यों के चुनावी नतीजों के साथ ही, सरकार के मालिकाना हक वाली तेल कंपनियों द्वारा ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगी.