क्या रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी (Residential Property) में निवेश करने का सही समय है? ऐसा इसलिए कि कोरोना के बाद से प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ी है. ऐसे में बड़ा सवाल कि अब इस सेक्टर में निवेश फायदे का सौदा होगा. इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने रियल एस्टेट सेक्टर के दिग्गज एक्सपर्ट और एनारॉक के चेयरमैन व फाउंडर अनुज पुरी से बात की. उन्होंने बताया कि अभी भी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश करने का अच्छा मौका हैं. इसके लिए उन्होंने कई अहम वजह भी बताईं. आइए जानते हैं.
कोविड के बाद रेजिडेंशियल पर डिमांड तेजी से बढ़ी
एक्सपर्ट अनुज पुरी की माने तो कोविड के बाद रेजिडेंशियल पर डिमांड तेजी से बढ़ी हैं. इसमें लग्जरी (luxury Residential) और मीडियम रेजिडेंशियल (Medium Residential) दोनों शामिल हैं. वहीं बायर्स की बात करें तो इसकी बड़ी वजह है कि लोग 10% ब्याज तक होम लोन अफोर्ड कर पा रहे हैं. इसीलिए उन्हें घर लेने में दिक्कत नहीं हो रही है.
टियर-2 सिटीज में भी रेजिडेंशियल डिमांड बढ़ी
वहीं, टियर-2 सिटीज की बात करें, तो यहां भी रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी डिमांड में तेजी आई है. कोविड के बाद वर्किंग प्रोफेशनल ने लॉकडाउन के वक्त अपने घर लौटकर वर्क फ्रॉम होम किया और इस दौरान छोटे शहरों में उनमें घर खरीदने की चाहत जगी और उन्होंने ऐसा किया.
रेजिडेंशियल हाउसिंग की डिमांड अभी बनी रहेगी
एक्सपर्ट और एनारॉक के चेयरमैन व फाउंडर अनुज पुरी बताते हैं कि रेजिडेंशियल हाउसिंग की डिमांड अभी बनी रहेगी. लोग घर खरीदते रहेंगे. हालांकि इसमें कमी तभी संभव है, जब इकॉनमी पर असर पड़े.
अफोर्डेबल हाउसिंग पर भी डिमांड बढ़ी है
अफोर्डेबल हाउसिंग की बात करें, तो यहां भी लोगों की दिलचस्पी रही. हालांकि लग्जरी के मुकाबले अफोर्डेबल हाउसिंग की डिमांड कम रही. ज्यादातर लोगों ने कोविड के बाद लग्जरी हाउस खरीदे.
कॉस्ट ऑफ कंस्ट्रक्शन महंगा होगा
एक्सपर्ट के मुताबिक, कॉस्ट ऑफ कंस्ट्रक्शन महंगा होता चला जाएगा. प्रॉपर्टी की कीमत हर साल 8% तक बढ़ेगी, लेकिन लोग घर खरीदते रहेंगे.